फेकीं गईं दवाओं से बढ़ा हवा-पानी में जहर!
एक्सपायर (खराब) हो चुकी दवाओं और उनकी पैकिंग को लोग कचरे के साथ फेंक देते हैं। इनका सही तरह से निपटान न होने से ये दवाएं भूमिगत जल, जमीन और हवा को प्रदूषित कर रही हैं।
from The Navbharattimes https://ift.tt/2AgwJtD
Labels: The Navbharattimes, Top stories
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home